मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय

स्थापना 17 जून 2011, भोपाल। मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय का उद्देश्य पारम्परिक शास्त्रीय और आधुनिक रंग जगत संबंधी योजनाबद्ध शिक्षण, प्रशिक्षण, प्रदर्शन के अत्याधुनिक प्रविधियों, संग्रह, सर्वेक्षण, दस्तावेजीकरण, संग्रहालय, पुस्तकालय आदि कार्य श्रेष्ठ रंगकला मनीषियों के सानिध्य, सहयोग और मार्गदर्शन में करना चाहती है। वस्तुुतः इसके उद्देश्य के अन्तर्गत भारत के मध्य में स्थित ऐसे नाट्य विद्यालय की परिकल्पना है, जो राष्ट्रीय मानकों को पूरा करे। निश्चित संख्या में राष्ट्रीय मानक के आधार पर छात्रों का प्रदेश और अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था देश के श्रेष्ठ रंग गुरूओं द्वारा हों, साथ ही विद्यालय का उद्देश्य रंगमंच कला को उद्यम के रूप में अपनाने के लिए छात्रों को तैयार करना है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए विभिन्न प्रकार की व्यावहारिक निपुणताओं का विकास तथा समग्र ज्ञान की प्राप्ति आवश्यक है।

विद्यालय इस संस्थान द्वारा ऑचलिक, सांस्कृतिक एवं भाषिक आधार पर राज्य में वयस्कों एवं बच्चों के लिए प्रस्तुतियों को प्रोत्साहन देना। निष्पादन योग्य एवं गैर निष्पादन योग्य पूर्व एवं वर्तमान कलाओं का प्रलेखन करना एवं उन्हें विस्तारित करना तथा क्षेत्र में उनके शोध के लिए शोध केन्द्र स्थापित करना। परम्परागत, तकनीकी एवं प्रस्तुति योग्य कलाओं के बीच अंन्तर्सम्बन्धों को बनाना। रंगमंच की विभिन्न विधाओं जैसे नाट्य लेखन, निर्देशन, चित्रण, अभिनय, रंगमंच, संगीत, बाल रंगमंच आदि के लिए छात्रवृत्तियों की स्थापना करना।

आयोजन और कार्यक्रम